ब्युरो रिपोर्ट
गाज़ीपुर ;विशेश्वरगंज के टैक्सी स्टैंड पर स्थित नेता जी सुभाष चंद्र बोस स्मारक समिति के हॉल में बलिदानी चंद्र शेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाया गया।
सर्व प्रथम समिति के अध्यक्ष डॉ युधिष्ठिर तिवारी एवं अन्य सदस्यों ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस और चंद्र शेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें नमन किया ।
जाने माने कवि डॉ विजय कुमार मधुरेश ने बलिदानियों के याद में मुक्तक प्रस्तुत करके श्रोताओं की खूब तालिया बटोरी।बिस्मिल भगत सिंह का वो बलिदान कहा है , गांधी जैसा अब कोई इंसान कहा है, बलिदान हो गए थे वे देश के लिए चंद्र शेखर आजाद के सपनों का हिन्दुस्तान कहा है ।
एडवोकेट महेश चन्द्र लाल ने चंद्र शेखर आजाद के व्यक्तित्व के संदर्भ में कहा कि आजाद के मन में बचपन से ही देश के प्रति अनुराग रहा वे निर्भीक तथा साहसिक युवक थे , उनके निर्भीकता पूर्ण बातों को सुनकर बनारस के एक जज ने उन्हें 16 साल की अवस्था में 16 कोड़े की सजा सुनाई थी । 27/02/1931 को प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से लड़ते हुए बलिदान हो गए थे ।
इस मौके पर वरिष्ठ कवि कामेश्वर दुबे, बाबूलाल मानव, रामनाथ ठाकुर , ओम नारायण प्रधान, राकेश पाण्डेय, लाल जी यादव , हनुमान राम , जयराम आदि मौजूद रहे ।अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष डॉ युधिष्ठिर तिवारी व संचालन वरिष्ठ कवि दिनेश चंद्र शर्मा ने किया।