टीम आईबीएन न्यूज़
ब्युरो रिपोर्ट
गाजीपुर: नगर पंचायत में हुये भ्रष्टाचार का लगातार खुलासा करने के बाद एक पूर्व फौजी पर भाजपा नेता व मौजूदा अध्यक्ष के गुर्गो ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में गंभीर रूप से घायल फौजी के समर्थन में कई दर्जन रिटायर्ड फौजियों का हुजूम जिला मुख्यालय पहुंच गया और पुलिस कप्तान से मिलकर मामले के दोषी हिस्ट्रीशीटर समेत नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गयी। जनपद के दिलदारनगर इलाके के स्थानीय कस्बे में हुई दुस्साहसपूर्ण वारदात से स्थानीय व्यापारियों के साथ-साथ फौजिया में तीखा आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार दिलदारनगर बाजार के वार्ड नं0 10 में रहने वाले पूर्व नौसेना अधिकारी सीताराम गुप्ता एक समाजसेवी है और नगर की समस्याओं व स्थानीय लोगों की समस्याओं में सहयोग करते रहते हैं। उन्होनेें आरोप लगाया है कि किसी मामले को लेकर मौजूदा भाजपा नेता व वर्तमान चेयरमैन अविनाश जायसवाल समर्थक राजक भगवान धीरज गुप्ता, राजेन्द्र गुप्ता, मनीष जायसवाल, तौसीफ राईनी बार-बार जान से मारने की धमकी देते रहते है। लेकिन प्रशासन मामले को संज्ञान में लेने के बजाय 151 की कार्यवाही कर विरोधियों का मनोबल बढ़ाता रहता है। प्रार्थी पूर्व सैनिक है लेकिन स्थानीय पुलिस शासन सत्ता व धनबल के दबाव में चेयरमैन व उसके गुर्गो का मनोबल बढ़ाती रहती है। सभी लोगों ने 25 नवम्बर की सुबह मेरे उपर जानलेवा कर दिया जिससे मुझे गंभीर चोटे आयी है।साजिशकर्ता चेयरमैन को स्थानीय पुलिस लगातार बचाने का प्रयास कर रही है जो देश व प्रदेश की जीरो टालरेन्स की नीति का मजाक बन गया है।
पूर्व सैनिक के साथ हुई मारपीट के मामले को संज्ञान लेने के बाद भूतपूर्व सैनिक विकास कल्याण समिति से जुड़े कई दर्जन सदस्यों व पदाधिकारियों ने घायल सीताराम को लेकर पुलिस अधीक्षक ई राजा से मिले और आरोपी की दबंगई के साथ-साथ हमलावर के बारे में विस्तृत जानकारी देने के बाद पुलिस की भूमिका के बारे में भी बताया। इस मामले में भूतपूर्व सैनिक कल्याण व विकास समिति के उपाध्यक्ष रमाशंकर फौजी, सूबेदार मेजर झारखण्डे सिंह, अध्यक्ष पूर्व सूबेदार अनुवारूददीन खॉ भी मौजूद रहे। संगठन के सदस्यों व पदाधिकारियों ने चेतावनी दिया कि समय रहते जिला प्रशासन अगर भाजपा नेता व दिलदारनगर चेयरमैन व उसके गुर्गो पर कड़ी कार्यवाही नही करेगा तो मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ-साथ देश के मुखिया नरेन्द्र मोदी को मिलकर दिया जायेगा। समूचे मामले की जानकारी सैनिकों ने गृहमंत्री अमित शाह और केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भी भेजा है।