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हर हाल में रोकना है कोरोना संक्रमण, बढ़ाएं आरआरटी व निगरानी समितियों की संख्या : मुख्यमंत्री


सीएम योगी ने कोरोना प्रबंधन को लेकर गोरखपुर बस्ती मंडल के जनपदों की समीक्षा की

मेडिकल किट वितरण का हो सत्यापन, हर जनपद में पर्याप्त दवा की उपलब्धता : मुख्यमंत्री

रिपोर्ट ब्यूरो

गोरखपुर, 10 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना संक्रमण का फैलाव हर हाल में रोकना है। इसके लिए जिलों में रैपिड रिस्पांस टीमों (आरआरटी) व निगरानी समितियों की संख्या बढ़ाई जाए। सरकार कोरोना पर काबू पाने के लिए सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध करा रही है। शत प्रतिशत कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कोविड प्रबंधन कार्य मे किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी।

अपने गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी सोमवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोविड प्रबंधन को लेकर गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिलों की समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में गोरखपुर जिले के जन प्रतिनिधि व अधिकारी व्यक्तिगत उपस्थित थे जबकि अन्य छह जिलों के अधिकारी वर्चुअल जुड़े। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड नियंत्रण के संबंध के हर जिले से विस्तृत जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए आरआरटी व निगरानी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। निगरानी समितियों की संख्या तीन से चार गुना तक बढ़ाई जाये। उन्होंने कहा कि मेडिकल किट का वितरण निगरानी समितियों के माध्यम से हो तथा उसका सत्यापन भी कराया जाये। मेडिकल किट की पर्याप्त दवा हर जनपद में उपलब्ध करायी गयी है। सीएम योगी ने निर्देशित किया कि एम्बुलेंस 108 का 75 प्रतिशत प्रयोग कोविड-19 में किया जाये और आरआरटी को वाहन उपलब्ध कराए जाएं।। उन्होंने कहा कि यदि समय पर मरीज को सुविधा दी जाये तो निश्चित वह आरोग्यता को प्राप्त करेगा। रोग को छिपाया न जाये, अगर बीमारी है तो उसका उपचार आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है और उसे हर हाल में बचाना है। लक्षणयुक्त/संदिग्ध की तत्काल जांच कराते हुए रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे शीघ्र मेडिकल किट उपलब्ध करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि यदि कार्य प्रबंधन टीम भावना से किया जाये तो निश्चित रूप से शत प्रतिशत सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन स्तर पर आक्सीजन की उपलब्धता, रेडमिसिविर इंजेक्शन, होम आइसोलेशन, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फागिंग आदि कार्यों की व्यवस्था/निगरानी संबंधी समितियां गठित की गयी है। इसी प्रकार जनपद स्तर पर भी समिति गठित कर उनके कार्य/दायित्व निर्धारित किय जाये

ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर हो कड़ी कार्रवाई :सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आक्सीजन की आडिट हर हाल में करायी जाए तथा यह सुनिश्चित हो कि इसका वेस्टेज न होने पाए। हास्पिटलों में आक्सीजन आडिट कराया जाना नितान्त आवश्यक है। कहीं भी आक्सीजन की कालाबाजारी नही होनी चाहिए इसकी जांच की जाये और पकड़े जाने पर दोषी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

कड़ाई से हो कोरोना कर्फ्यू का पालन:मुख्यमंत्री
समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि इन दौरान अति आवश्यक सेवाओं के क्षेत्र में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। निजी अस्पतालों में जांच व इलाज में ओवरचार्जिंग तथा एम्बुलेंस चालको द्वारा मनमानी रकम लेने की शिकायतों का गम्भीरता से संज्ञान लेने और कठोर कार्रवाई की हिदायत भी मुख्यमंत्री ने दी।

प्रतिदिन हो कोविड केस, रिकवरी की समीक्षा: मुख्यमंत्री
सीएम योगी ने कहा कि कोविड अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। हर जनपद में प्रतिदिन 24 घंटे के अन्दर पॉजिटिव केस, रिकवरी, एक्टिव केस आदि की समीक्षा की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्यान्न वितरण कार्य की निगरानी हेतु एक नोडल अधिकारी नामित करें। गेहूं क्रय केन्द्रों को सोशल डिस्टेंसिंग/कोविड प्रोटोकाल के तहत के साथ संचालित किया जाये तथा गोआश्रय स्थल पर चारे आदि की व्यवस्था हो।

होम आइसोलेट लोगों से संवाद करें जनप्रतिनिधि : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होम आइसोलेशन के कोविड मरीजों के साथ संवाद स्थापित किया जाए। इस संबंध में उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी ऐसे लोगों से संवाद कर उनका हौसला बढ़ाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि होम आइसोलेट लोगों सूची व मोबाइल नंबर सांसद, विधायक को भी उपलब्ध कराएं ताकि वे उनसे संवाद स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि हर कोविड हास्पिटल में मरीजों के संबंध में जानकारी उनके परिजनों की जरूर दी जाए

सैनेटाइजेशन व फॉगिंग का भी चलता रहे अभियान
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता, सेनेटाइजेशन एवं फागिंग कार्य को एक अभियान के रूप में संचालित करते रहने तथा इस कार्य हेतु नोडल अधिकारी नामित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह अभियान कोविड के साथ ही बरसात में इंसेफेलाइटिस से बचाव में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि कन्टेनमेन्ट जोन मे सख्ती की जाये केवल मेडिकल, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फागिंग, डोर स्टेप डिलेवरी की अनुमति होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सावधानी/सतर्कता कोविड से बचाव का सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने बेड की संख्या बढ़ाने तथा शासन के नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन करने और पीकू को क्रियाशील रखने के निर्देश दिये।

गोरखपुर मण्डल में 4856 क्रियाशील निगरानी समितियां

समीक्षा बैठक में मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने गोरखपुर मण्डल में कोविड प्रबंधन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि टेस्टिंग, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, सेनेटाइजेशन, स्वच्छता, वैक्सीनेशन आदि कार्यों को तेजी से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया मण्डल में कुल 4856 क्रियाशील निगरानी समितियां है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र 4368 तथा शहरी क्षेत्र में 488 है। कोविड प्रबंधन हेतु मण्डल में कुल 126 एम्बुलेन्स का प्रयोग किया जा रहा है। कोविड टीकाकरण के संबंध में जानकारी देते हुए आयुक्त ने बताया कि मण्डल में कुल 719118 प्रथम डोज तथा 175442 द्वितीय डोज कवरेज किया गया है। मण्डलायुक्त ने बताया मण्डल में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति/आवश्यकता, उपयुक्त मानव संपदा की कमी, मण्डल में एल-2/एल-3 लेवल के निजी चिकित्सालयों की कमी तथा एल-2 फैसलिटी के चिकित्सकों एवं अन्य कार्मिकों का आ.सी.यू. प्रबंधन में सतत ट्रेसिंग की आवश्यकता है। इसी प्रकार मण्डलायुक्त बस्ती ने भी अपने मण्डल से संबंधित कोविड-19 प्रबंधन के संबंध में जनपदवार विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन ने जनपद में पॉजिटिव रेट, आर.आर.टी., निगरानी समितियां, होम आइसुलेशन, आईसीसीसी में टेलीफोन संख्या, एम्बुलेंस आदि की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में कुल 58957 सेम्पलिंग, कोविड प्रबंधन हेतु कुल 64 एम्बुलेंस का प्रयोग किया जा रहा है। जनपद में कोविड टीकाकरण प्रथम डोज 273632 तथा द्वितीय डोज 65420 दिया जा चुका है।

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