राकेश की रिपोर्ट
गाजीपुर : पूर्व विधायक डा कैलाश सिह के इस बडे खुलासे से जनपद के साथ ही पूर्वांचल की राजनीति मे भूचाल आ गया है साथ ही सपा मुखिया अखिलेश यादव की साख पर भी सवालिया निशान लगा है।
जिले मे समाजवादी पार्टी अपने एमएलसी प्रत्याशी के मैदान छोड़कर भाग जाने से सदमे में उबरते हुए निर्दलीय मदन यादव को किसी तरह अपने पाले में डाल किसी तरह इज्जत बचा रही थी। शुक्रवार की शाम योगी सरकार के शपथ ग्रहण के साथ गाजीपुर के समाजवादी पार्टी पर एक और ग्रहण लग गया। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी डॉ कैलाश सिंह ने समाजवादी पार्टी छोड़कर पार्टी से बगावत कर ली है।
सैदपुर ब्लाक के औड़िहार निवासी पूर्व एमएलसी डॉ कैलाश सिंह शुक्रवार की रात अठगांवा के हॉकी स्टेडियम में दो सौ से अधिक ग्रामप्रधान और बीडीसी को अपने पाले में जुटाकर अपना दमखम दिखाया। डॉ कैलाश ने एमएलसी चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल को खुलेआम समर्थन देने का एलान कर दिया। डॉ कैलाश सिंह ने बताया की समाजवादी पार्टी का लगातार सेवा करते हुए कई बार पार्टी को राजनीतिक संकटों से उबारने के बाद इस बार पार्टी के शिर्ष नेतृत्व से एमएलसी का टिकट मिलने का आस्वासन दिया गया था।
परंतु पार्टी के वर्तमान जमानिया विधायक ओमप्रकाश सिंह और सांसद अफजाल अंसारी के इशारे पर गाजीपुर एमएलसी का टिकट अखिलेश यादव ने भारी कीमत में एक बाहरी भोलानाथ शुक्ल को बेच दिया । जिसका नतीजा हुआ कि टिकट खरीदने वाला प्रत्याशी खुद बिक गया।
डॉ एमएलसी के पुत्र आलोक सिंह और अमित सिंह ने बताया कि हमलोग अपने पारिवारिक सदस्य राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से आशीर्वाद लेकर जल्द ही भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल हो जाएंगे।