फरीदाबाद से बी.आर. मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) में तीन दिवसीय तकनीकी दौरे की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में पूरे भारत से पावर सेक्टर में कार्यरत 34 प्रोफेशनल महिलाओं ने हिस्सा लिया।
दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
प्रशिक्षण श्रृंखला 2.0 के इस आयोजन की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विद्युत मंत्रालय के ऊर्जा सचिव आईएएस पंकज अग्रवाल, राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ. मोहम्मद रिहान, विश्व बैंक की दक्षिण एशिया क्षेत्रीय समन्वयक मंदाकिनी कौल, ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग की प्रथम सचिव (विकास) एमिली मेगो और एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है – आईएएस पंकज अग्रवाल
कार्यक्रम में आईएएस पंकज अग्रवाल ने सभी महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं और पावर सेक्टर में महिलाओं के बढ़ते योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,
“एक समय था जब महिलाएं पावर सेक्टर से दूर रहती थीं, लेकिन आज उन्होंने इस क्षेत्र में भी अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई है।”
महिलाओं की भागीदारी से पावर सेक्टर का होगा विकास – डॉ. तृप्ता ठाकुर
एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने महिला प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि अब महिलाएं पावर सेक्टर में रुचि ले रही हैं, जिससे देश का भविष्य उज्ज्वल होगा और यह क्षेत्र और अधिक उन्नति करेगा।
तकनीकी प्रशिक्षण और पावर प्लांट का दौरा
इस अवसर पर दक्षिण एशियाई क्षेत्र (SAR-100) मॉड्यूल के तहत सभी प्रतिभागियों के साथ इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया। महिलाओं ने एनपीटीआई फरीदाबाद परिसर में स्थित 800 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट सिम्युलेटर, सीसीजीटी सिम्युलेटर, स्काडा, स्मार्ट वितरण प्रणाली और माइक्रोग्रिड/हाइड्रो व नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण केंद्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने थर्मल पावर प्लांट के नियंत्रण और संचालन से जुड़ी जानकारी प्राप्त की।
तीन दिवसीय तकनीकी दौरा 10 मार्च तक चलेगा
यह तीन दिवसीय तकनीकी दौरा 8, 9 और 10 मार्च तक चलेगा, जिसमें पावर सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी, प्रशिक्षण और तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
एनपीटीआई भारत के लिए वी-पावर का एक गौरवशाली क्षेत्रीय कार्य समूह (RWG) सदस्य है और डॉ. तृप्ता ठाकुर दक्षिण एशिया क्षेत्र SAR-100 में भारत का नेतृत्व कर रही हैं। यह कार्यक्रम महिलाओं को ऊर्जा क्षेत्र में सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।