Ibn news ब्यूरो रिपोर्ट राकेश पांडेय गाजीपुर
गाजीपुर: जनपद की बहादुर नगर पंचायत में बस स्टैण्ड के पास करोड़ो की जमीन पर बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार हो रहा है। जमीन किसकी है और किसके कहने पर बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान चलाई जा रही है इसकी जानकारी न तो नगर पंचायत अध्यक्ष को है न ही स्थानीय लोगो को। जबकि दुकान चलाने वाले का कहना है कि कोई विरोध नही करता या मालिक नही मिला तो हम दुकान चला रहे हैं। कुल मिलाकर राजा को पता नही भीलो ने बाट दिया वन वाली कहावत यहॅा चरितार्थ हो रही है। भूखण्ड पर कब्जा कर दुकान चलाने की जानकारी इलाकाई एस0डी0एम0 व प्रशासनिक अफसरो को भी नही हैं।
बताया जाता है कि कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के मऊ जिले की सीमा पर स्थित बहादुरगंज नगर पंचायत के इलाके में बस स्टैण्ड के ठीक बगल में करोड़ो की जमीन खाली पड़ी है। इस जमीन पर कस्बे के रहने वाले एक परिवार के लोग लम्बे समय से वहीं अपना काउण्टर बनाकर बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार करते हैं। बस स्टैण्ड से कस्बे को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर मौजूद सैकड़ो वर्गफुट की इस कीमती जमीन पर कब्जा करने वाला परिवार भी आज तक जमीन के मालिक से नही मिला। इस बात की पुष्टि परिवार के ही एक सदस्य ने की है। इस बात की जानकारी जब स्थानीय लोगो से मांगी गयी तो वह भी चुप रह गये।
जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रेयाज अहमद ने बताया कि यह जमीन कहीं से कब्जाधारियों की नही है। स्थानीय होने के चलते समूचा भूखण्ड नगर पंचायत यानि सरकारी संपत्ति इस जमीन पर किसी ने कोई हक नही जताया न ही कोई विरोध किया गया जिसके चलते कब्जेदारों को कोई परेशानी नही हुई। एक तरफ जिला प्रशासन सड़क की पटरियों पर रोजगार करने वाले लोगो को अतिक्रमण हटाने के नाम पर बेदखल कर रहा है तो दूसरी तरफ करोड़ो की सरकारी जमीनांे पर दंबग कब्जा जमाये है इसकी सुधि प्रशासन को नही हैं। स्थानीय लोगो ने भी इस जमीन पर सरकारी दुकाने सुलभ शौचालय या विद्यालय बनवाने के लिये सर्वे कराने के लिये जिलाधिकारी मंगला प्रसाद से मांग की है।
राकेश की रिपोर्ट