टीम आईबीएन न्यूज
गाजीपुर: वाराणसी से गोरखपुर को जोड़ने के लिए करोड़ो की लागत से बनने वाली फोर लेन सड़क के निर्माण में लगी कार्यदायी संस्थाए व अफसरो ने निर्लज्जता की सारी सीमायें पार कर ली। विभागीय अफसरों की मनमानी व अनदेखी से मरदह इलाके के हजारो लोग आक्रोशित है। पूर्व में तैनात अफसर शुक्ला ने ब्राह्मण होने के बाद अपने समाज ही नही समाज की पूजनीय देवता का भी अपमान किया है। इसे लेकर लोगो ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निजी पोर्टल पर भेजा है और स्थानीय लोगो का एक प्रतिनिधि मण्डल लखनऊ जाने की तैयारी में है।
बताया जाता है कि भाजपा सरकार बनने के बाद से जिला मुख्यालय से मटेंहू के बीच बनने वाली फोर लेन सड़क में मानकों की जमकर धज्जिया उड़ाई गई। 26 से 30 किमी0 के दायरे में बनी यह फोर लेन सड़क दो दर्जन जगहों पर दरारो के चलते सरकार को मुहॅ दिखा रही है। बाइपास सड़कों, लाइटिंग व ग्रीडिंग के नाम पर करोड़ो का खेल खेलने वाले अफसर बीच में पड़ने वाले प्राचीन ब्रहमस्थान के मन्दिर की जमीन का मुआवजा भी हड़प लिये और मन्दिर परिसर की जमीन बड़ी मशीनों की दबाव से गिर गयी। यही नही मन्दिर मे मौजूद एक पेड़ को काटकर सड़क बनाने वाली संस्था के लोगो ने परिसर में ही छोड़ दिया। इस बात की जानकारी जब स्थानीय लोगो ने सड़क निर्माण का काम देख रहे उच्चाधिकारी सी0एम0 द्विवेदी से की तो उन्होनें आश्वासन दिया था कि यह मामूली सा वर्क है और इसे जल्द ही और बेहतर बना लिया जायेगा साथ ही द्विवेदी ने यह भी आश्वासन दिया कि यह उनके समाज का मंदिर है और उसे अधिक बेहतर बनाने के लिए वह कोई कोर कसर नही छोड़ेगा। लेकिन इसके बाद छः महीने बीतने के बाद भी द्विवेदी ने ब्राहमणों के ईष्ट ब्रहमबाबा मंदिर का निर्माण व रंग रोगंन कराना तो दूर उसकी गिरी हुई बाउण्ड्री को भी बनाने की जरूरत नही समझी और सड़क निर्माण का कोरम पूरा कर अपनी जेबे गरम करते निकल गये।
मुख्य सड़क पर सैकड़ो साल से मौजूद इलाके के लोगो की आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र ब्रहमबाबा मन्दिर पर आये दिन सैकड़ो लोग दर्शन पूजन के लिये आते हैं और बगल में स्थित हनुमान मंदिर पर होने वाले शादी विवाह के कार्यक्रमों के चलते भी यहॅा भीड़ लगी रहती है। छः महीने से पूरे परिसर में बाउण्ड्री गिर जाने के बाद गंदगी से लोगो को परेशानी हो रही है साथ ही एन0एच0आई0 के लोगो द्वारा परिसर का पेड़ काटकर उसी में छोड़ देने से जीव जन्तुओं के आवागमन का खतरा भी हो गया है। लोगो ने मामले की सूचना गाजीपुर के जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के साथ-साथ एन0एच0आई0 के उच्चाधिकारियों को भी दी है और अपेक्षा की है कि मंदिर का सुन्दरीकरण कराने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाय।
राकेश की रिपोर्ट