फरीदाबाद से बी.आर. मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: हरियाणा कांग्रेस में ओबीसी वर्ग को नेतृत्व देने की मांग करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं कांग्रेस ओबीसी वर्ग हरियाणा के पूर्व चेयरमैन चौधरी यशपाल नागर ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में ओबीसी वर्ग को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपना पार्टी के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने विकास के दम पर नहीं, बल्कि ओबीसी कार्ड खेलकर हरियाणा में सत्ता हासिल की है।
कांग्रेस हाईकमान को लेना होगा कठोर फैसला
यशपाल नागर ने कांग्रेस हाईकमान से अपील की कि हरियाणा को लेकर ठोस और कड़े फैसले लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी को उन चेहरों को दरकिनार करना होगा, जिनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार विधानसभा चुनाव हारती आ रही है।
> “अब सही और कठोर निर्णय लेने की जरूरत है, जिससे प्रदेश के लाखों कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा जा सके।” – यशपाल नागर
उन्होंने साफ कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वालों को अब पार्टी में कोई स्थान नहीं मिलना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस में संतुलित नेतृत्व देने की मांग
यशपाल नागर ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, हरियाणा मामलों के प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद और जितेंद्र बघेल से हरियाणा कांग्रेस में संगठन को मजबूती देने की मांग की।
उन्होंने सुझाव दिया कि—
✔ नेता प्रतिपक्ष का पद दलित नेता को सौंपा जाए।
✔ प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष पदों पर ओबीसी, जाट, ब्राह्मण और पंजाबी समाज को प्रतिनिधित्व मिले।
✔ जिला स्तर पर संगठन को जल्द से जल्द मजबूत किया जाए।
“कांग्रेस कमजोर नहीं, नेताओं के अहंकार के कारण कार्यकर्ता हताश”
यशपाल नागर ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस कमजोर नहीं है, लेकिन प्रदेश के कुछ नेताओं के अहंकार के कारण कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा है और जनता का पार्टी से विश्वास हटता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि—
भाजपा सरकार पिछले 10 सालों में हर मोर्चे पर विफल रही है।
बेरोजगारी, महंगाई और अपराध में हरियाणा टॉप पर है।
सीईटी और कौशल निगम जैसी योजनाओं से युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।
हरियाणा का युवा सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेलने को मजबूर है।
भ्रष्टाचार बढ़ा है, भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं।
“जनता की भावनाओं के अनुरूप फैसला ले कांग्रेस हाईकमान”
यशपाल नागर ने कांग्रेस नेतृत्व को भाजपा की जातिवादी और धर्म आधारित राजनीति का जवाब देने के लिए ठोस रणनीति बनाने की सलाह दी।
> “अब समय संघर्ष का है। कांग्रेस को जनता की भावनाओं के अनुरूप फैसले लेकर कार्यकर्ताओं का सम्मान वापस लौटाना होगा।” – यशपाल नागर
उन्होंने कहा कि—
स्कूलों में शिक्षक नहीं, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी नहीं।
गांवों में सरपंच अपने हकों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
आशा वर्कर, मनरेगा मजदूर, किसान, मजदूर सभी आंदोलनरत हैं।
हरियाणा के हालात बद से बदतर हो चुके हैं, ऐसे में कांग्रेस को जनता के हमदर्द के रूप में खड़ा होना होगा।
“हरियाणा में कांग्रेस फिर से सत्ता में लौटेगी”
यशपाल नागर ने कहा कि अगर कांग्रेस हाईकमान सही समय पर ठोस फैसले लेता है, तो कार्यकर्ताओं में जोश भरकर पार्टी को फिर से मजबूत किया जा सकता है।
> “मेरे जैसे लाखों कांग्रेसी हाईकमान की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं कि अब हमारी भावनाओं के अनुरूप ही निर्णय लिए जाएंगे।” – यशपाल नागर
निष्कर्ष:
यशपाल नागर ने कांग्रेस नेतृत्व को हरियाणा में जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन खड़ा करने और सही नेतृत्व चयन पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने विश्वास जताया कि यदि पार्टी सही रणनीति अपनाती है, तो हरियाणा में कांग्रेस की सत्ता में वापसी निश्चित है।