फरीदाबाद से बी.आर. मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: प्रौद्योगिकी-आधारित शिक्षा में अपनी श्रेष्ठता को और मजबूत करते हुए, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (MRIIRS) ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से उत्तर क्षेत्र SPOC सम्मान समारोह एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम SWAYAM NPTEL पहल के तहत आयोजित हुआ, जो भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है।
इस कार्यशाला में दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से शिक्षाविद, शोधकर्ता और छात्र शामिल हुए। कार्यशाला का उद्देश्य मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेज (MOOCs) और बहु-विषयक शिक्षा की संभावनाओं पर चर्चा करना था।
मानव रचना डिजिटल लर्निंग में अग्रणी
मानव रचना डिजिटल लर्निंग के क्षेत्र में उत्कृष्टता बनाए रखते हुए SWAYAM NPTEL कार्यक्रम में ‘AA’ रेटिंग प्राप्त कर हरियाणा में शीर्ष स्थानों पर रहा है। कार्यशाला में प्रो. डॉ. सत्यकी रॉय (राष्ट्रीय समन्वयक, SWAYAM NPTEL, आईआईटी कानपुर) और डॉ. अंगना सेनगुप्ता (लोकल चैप्टर कोऑर्डिनेटर, आईआईटी कानपुर) ने संस्थानों के डिजिटल लर्निंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने पर चर्चा की।
MRIIRS के एसोसिएट डीन (अकादमिक्स) डॉ. कमलेश शर्मा की इस कार्यशाला में महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिससे विश्वविद्यालय को कई सम्मान प्राप्त हुए हैं।
शिक्षा में डिजिटल लर्निंग की भूमिका
MRIIRS के कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने शिक्षकों और छात्रों के डिजिटल लर्निंग अपनाने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा,
“हम ऑनलाइन लर्निंग को शैक्षणिक कार्यक्रमों का अभिन्न हिस्सा बनाकर छात्रों को प्रतिस्पर्धी माहौल में सफल होने और भारत की कार्यशक्ति में प्रभावी योगदान देने के लिए तैयार कर रहे हैं।”
MRIIRS के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. नरेश ग्रोवर ने कहा कि NPTEL का विस्तार तेजी से हो रहा है और इसका प्रभाव अकादमिक एवं तकनीकी क्षेत्रों में व्यापक है। मानव रचना अनुसंधान-आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करते हुए SWAYAM NPTEL के माध्यम से छात्रों को उत्कृष्ट स्तर का शिक्षण प्रदान कर रहा है। वर्तमान में 29,000+ पाठ्यक्रमों को सपोर्ट कर रहा मानव रचना का SWAYAM NPTEL लोकल चैप्टर छात्रों को अकादमिक क्रेडिट अर्जित करने, GATE परीक्षा की तैयारी करने और उद्योग से जुड़े कोर्स करने का अवसर देता है।
MRIIRS: वैश्विक मानकों के अनुरूप उच्च शिक्षा का केंद्र
डिजिटल लर्निंग को अपनाकर मानव रचना वैश्विक मानकों के अनुरूप उच्च शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी बना हुआ है।
MREI के बारे में
1997 में स्थापित, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (MREI) शिक्षा में उत्कृष्टता का प्रतीक हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट शिक्षा प्रदान करते हैं।
- 41,000+ पूर्व छात्र
- 120+ वैश्विक शैक्षणिक सहयोग
- 80+ नवाचार और ऊष्मायन उद्यम
MREI के तहत प्रमुख संस्थान:
- मानव रचना विश्वविद्यालय (MRU)
- मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (MRIIRS) – NAAC A++ मान्यता प्राप्त
- मानव रचना डेंटल कॉलेज – NABH मान्यता प्राप्त
MREI भारत भर में 12 स्कूल संचालित करता है, जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्रम (IB और कैम्ब्रिज) प्रदान करते हैं।
मानव रचना की उपलब्धियां
- MRIIRS को QS 5-स्टार रेटिंग्स प्राप्त हुई हैं, जिनमें शिक्षण, रोजगार, अकादमिक विकास, सुविधाएं, सामाजिक ज़िम्मेदारी और समावेशिता शामिल हैं।
- हाल ही में NIRF रैंकिंग 2024 में शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची में 92वां स्थान प्राप्त किया।
- डेंटल श्रेणी में 38वां स्थान हासिल किया।