फरीदाबाद से बी.आर. मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आईईईई स्मार्ट सिटीज एम्बेसडर कार्यक्रम के तहत विद्युत प्रणाली के संचालन और नियंत्रण पर एक सप्ताह का संकाय विकास कार्यक्रम (FDP) आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में आईआईटी दिल्ली के प्रतिष्ठित प्रोफेसर भीम सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने की।
शिक्षा और उद्योग के तालमेल पर जोर
कुलपति प्रो. तोमर ने अपने उद्घाटन भाषण में शिक्षा और उद्योग के बीच तालमेल को बढ़ाने में FDP के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सतत ऊर्जा प्रणालियों और स्मार्ट प्रौद्योगिकियों में संकाय को अत्याधुनिक विशेषज्ञता के साथ प्रशिक्षित करना न केवल शैक्षणिक आवश्यकता है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति संवेदनशील ढांचागत विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के कार्यक्रम 21वीं सदी की ऊर्जा चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम इंजीनियरों को तैयार करने और सतत नवाचार को बढ़ावा देने में मददगार साबित होंगे।
एफडीपी का मुख्य उद्देश्य
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्ष प्रो. अंजू गुप्ता और प्रो. राजेश कुमार आहूजा ने मुख्य अतिथि प्रो. भीम सिंह का स्वागत किया। प्रो. आहूजा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि एफडीपी का उद्देश्य संकाय सदस्यों के तकनीकी कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है।
इस कार्यक्रम में निम्नलिखित आधुनिक तकनीकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है:
✔ स्मार्ट ग्रिड
✔ पावर इलेक्ट्रॉनिक्स
✔ नवीकरणीय ऊर्जा
✔ विद्युत प्रणालियों में एआई (Artificial Intelligence) का एकीकरण
✔ आईओटी (Internet of Things) अनुप्रयोग
इलेक्ट्रिक वाहनों पर विशेष व्याख्यान
एफडीपी का संयोजन डॉ. साक्षी कालरा और डॉ. अभिनव सक्सेना कर रहे हैं। मुख्य अतिथि प्रो. भीम सिंह, एमेरिटस प्रोफेसर, आईआईटी दिल्ली ने ‘इलेक्ट्रिक वाहन: एक उभरती हुई तकनीक’ विषय पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक में उपयोग की जाने वाली नवीन अवधारणाओं पर विस्तार से चर्चा की।
संक्षेप में:
✔ जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में एक सप्ताह का संकाय विकास कार्यक्रम (FDP) आयोजित।
✔ सतत ऊर्जा प्रणालियों और स्मार्ट प्रौद्योगिकियों पर विशेषज्ञता विकसित करने पर जोर।
✔ स्मार्ट ग्रिड, एआई, आईओटी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे विषयों पर केंद्रित सत्र।
✔ आईआईटी दिल्ली के प्रो. भीम सिंह का इलेक्ट्रिक वाहनों पर विशेष व्याख्यान।
✔ शिक्षा और उद्योग के बीच तालमेल को बढ़ावा देने पर बल।
यह कार्यक्रम विद्युत प्रणालियों के आधुनिकीकरण और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे भविष्य के इंजीनियरों और शोधकर्ताओं को नई तकनीकों में दक्षता हासिल करने का अवसर मिलेगा।