फरीदाबाद से बी.आर. मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद, बल्लभगढ़: ऊंचा गांव में हिन्दू और मुस्लिम समाज के गणमान्य लोगों ने आपसी सौहार्द और भाईचारे की मिसाल पेश की। रमजान के पवित्र महीने के चलते शुक्रवार की नमाज के समय को 1:30 बजे से बढ़ाकर 2:15 बजे करने का निर्णय लिया गया ताकि होली के उत्सव और नमाज अदा करने में किसी को कोई असुविधा न हो।
सर्वसम्मति से लिया गया फैसला
यह निर्णय ऊंचा गांव की जामा मस्जिद में हुई बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता चौधरी प्रेम सिंह अधाना ने की और संचालन डॉ. श्यामबीर ने किया। मीटिंग में मस्जिद कमेटी के प्रधान शेर खान मलिक, बाबू खान सिद्दीकी, साहिल खान, यासीन मलिक, विनोद अधाना, नरसिंह अधाना, सतीश अधाना, शौकीन टेलर, मुहम्मद शाहिद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
नमाज का समय 2:15 बजे किया गया निर्धारित
मौलाना जमालुद्दीन ने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे अपने घरों से 2:00 बजे निकलें ताकि 2:15 बजे तक जुमा की नमाज अदा कर सकें।
हिन्दू समाज से होली खेलने की अपील
चौधरी प्रेम सिंह अधाना ने हिन्दू समाज से अपील करते हुए कहा कि ऊंचा गांव की गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए, होली का रंग दोपहर 1:00 बजे तक खेल लिया जाए। उन्होंने सभी से आपसी सम्मान बनाए रखने और भाईचारे को और मजबूत करने की अपील की।
युवा नेता सतीश अधाना ने भी नौजवानों से अपील करते हुए कहा कि,
“होली का रंग जरूर खेलें, लेकिन मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए 1:00 बजे से पहले रंग खेलना बंद कर दें, ताकि रमजान के पवित्र जुमा की नमाज में किसी तरह की बाधा न हो।”
ऊंचा गांव बना सौहार्द की मिसाल
ऊंचा गांव हमेशा से अमन, भाईचारे और सौहार्द की मिसाल रहा है। गांववासियों को उम्मीद है कि इस साल भी दोनों समुदाय प्रेम और शांति के साथ अपने-अपने त्योहार मनाएंगे और एकता का संदेश देंगे।
सौहार्द की यह परंपरा कायम रहे
“यह निर्णय न सिर्फ गांव में शांति और भाईचारे को बढ़ावा देगा, बल्कि यह भी साबित करेगा कि जब हम एक-दूसरे के सम्मान और भावनाओं को प्राथमिकता देते हैं, तो समाज और भी अधिक सशक्त बनता है।”