फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:एडीसी अपराजिता की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
लघु सचिवालय में आयोजित बैठक में एडीसी अपराजिता आज शुक्रवार दोपहर बाद जिला स्तरीय टास्क फोर्स (खनन) की मीटिंग में दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिला में खनन गतिविधियों को लेकर पूर्णतः सतर्कता बरती जाए। इसके साथ ही उन्होंने अवैध रूप से ओवरलोडिंग को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में जिला में अवैध खनन के खिलाफ की गई कार्रवाई बारे जिला खनन अधिकारी से बारीकी से जानकारी लेकर समीक्षा की गई।
एडीसी अपराजिता ने बैठक में पुलिस,खनन विभाग,आरटीए व अन्य सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि अधिकारी तालमेल के साथ कार्य करें।
उन्होंने कहा कि इस कार्य की नियमित तौर पर समीक्षा करें और रिपोर्ट भी डीसी कार्यालय में प्रस्तुत करें।
बैठक में जिला खनन अधिकारी बलराम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यमुना क्षेत्र में एनजीटी के आदेशानुसार खनन कार्य पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा यमुना क्षेत्र व बंद पड़े पहाड़ों का समय-समय पर मौके पर निरीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि फरीदाबाद जिला में 182 स्टोन क्रैशर है जो पाली, महोबताबाद व धौज में हैं। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार दिल्ली सीमा से पांच किलोमीटर के दायरे में खनन कार्य पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा होने के कारण 95 स्टोन क्रैशर बंद हो चुके हैं।
मौजूदा समय में जिला में 87 स्टोन क्रैशर चालु हालत में हैं। इन स्टोन क्रैशरों पर राजस्थान व हरियाणा के नारनौल व भिवानी से पत्थर लाकर क्रैशरों को चलाते हैं।
उन्होंने बताया कि जिला फरीदाबाद में 31 अगस्त 2019 से अब तक विभिन्न थानों, चौकियों में मुकद्दमें दर्ज करवाने और वाहनों को अवैध खनन परिवहन करते हुए पकड़ा जाने तथा वाहनों से पर्यावरण क्षति-पूर्ति राशी व खनिज की रॉयल्टी व जुर्माना राशि के रूप में उनसे जुर्मान की वसूली की धनराशि बारे विस्तृत जानकारी दी गई।
बैठक में एसडीएम परमजीत सिंह चहल,आरटीए जितेन्द्र गहलोत,जिला खनन अधिकारी बलराम सिंह,आरओ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सुमिता कनौडिया सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।