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वाराणसी – दो के उड़े चीथड़े, तेज धमाके से दहल उठा पूर्वांचलका यह जिला , मौत का मंजर देख कांप उठे लोग

टीम आईबीएन न्यूज

वाराणसी:चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में शुक्रवार हुए एक हादसे से नगरवासियों के रोंगटे खड़े हो गए। मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के रविनगर स्थित निजी अस्पताल के पास पिकअप से ऑक्सीजन सिलेंडर उतारते समय ब्लास्ट हो गया। तेज धमाके से पूरा इलाका दहल उठा। सिलेंडर उतार रहे दो लोगों (चालक और खलासी) के चीथड़े उड़ गए और करीब सौ मीटर तक दोनों के शरीर के अंग फैले हुए थे। घटनास्थल पर खौफनाक मंजर देख लोगों की रूह कांप उठी। धमाका इतनी तेज था कि एक किमी तक इसकी आवाज सुनी गई और आसपास के कई भवनों और इमारतों के शीशे और ग्रिल टूट गए।

मौके पर पहुंचे एसपी अंकुर अग्रवाल और सीओ अनिरुद्ध सिंह ने हालात का जायजा लिया। एसपी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। शवों के हिस्सों को बरामद करके पोस्टमॉर्टम को भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि फोरेंसिंक टीम ने साक्ष्य जमा किए हैं। जो भी सच होगा सामने आ जाएगा।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतनी तेज था कि उन्हें लगा कि उनके काम के पर्दे फट गए। पल भर में आंख के सामने अंधेरा छा गया। जब होश संभाला तो देखा चीख-पुकार मची है। काफी देर तक कुछ समझ नहीं आया। शड़क पर पड़े शवों के टुकड़ों के देखा तो सहम उठे।

मुगलसराय कोतवाली थाना क्षेत्र के लॉट नंबर-2 राजन पाल (26) और कूढ़कला गांव निवासी चंद्रभानु (30) रोज की तरह शुक्रवार को भी रविनगर स्थित निजी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर पहुंचाने आए थे। राजन पिकअप से अस्पताल के पास पहुंचा और दोनों सिलिंडर उतारने लगे।

तभी करीब सुबह 9.56 बजे सिलिंडर में तेज धमाका हो गया। इससे राजन का सिर धड़ से अलग होकर 20 मीटर दूर अस्पताल परिसर में गिरा। वहीं, चंद्रभानु का दाहिना हाथ उखड़ गया और पूरा चेहरा जल गया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। शव के चीथड़े सौ मीटर तक बिखरे मिले।

पास से गुजर रहा ईंट लदे ट्रैक्टर का ड्राईवर डरकर वहीं ट्रैक्टर छोड़कर भाग गया। सूचना पर फायर ब्रिगेड के साथ पहुंचे पीडीडीयू नगर सीओ अनिरुद्ध सिंह ने ट्रैक्टर को हटवाया और शवों के टुकड़ों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

कुछ देर बाद एसपी अंकुर अग्रवाल भी पहुंच गए। एसपी ने बताया कि मेडिकल सिलेंडर को उतारते समय धमाके से दोनों की मौत हुई है। ऑक्सीजन सिलेंडर काफी मजबूत होते हैं। ऐसे में प्रथम दृष्टया ब्लास्ट का कारण हैंडलिंग या फिर ओवर प्रेशर लग रहा है।

इसकी जांच की जा रही है। ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट में जान गंवाने वाले मृतकों के पास कुछ देर बाद एसपी अंकुर अग्रवाल भी पहुंच गए। एसपी ने बताया कि मेडिकल सिलेंडर को उतारते समय धमाके से दोनों की मौत हुई है। ऑक्सीजन सिलेंडर काफी मजबूत होते हैं। ऐसे में प्रथम दृष्टया ब्लास्ट का कारण हैंडलिंग या फिर ओवर प्रेशर लग रहा है। इसकी जांच की जा रही है।

एसडीएम अविनाश कुमार ने बताया कि राजन के नाम से जमीन है इसलिए उसे पांच लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। वहीं चंद्रभानु के नाम से जमीन नहीं है। ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद उसके परिजनों को पारिवारिक लाभ मिल सकता है। हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा उनके परिजनों की मदद की जाए।

कुछ लोगों का कहना है कि पिकअप के पास से जब ईंट लदा ट्रैक्टर गुजरा तो ट्रॉली की पिछला हिस्सा पिकअप से टकरा गया, जिसके कारण ये हादसा हुआ। वहीं, मौजूद अन्य लोगों का मानना है कि सिलेंडर उतारते समय दोनों के हाथ से सिलेंडर छूट गया और जमीन ने सिलेंडर के गिरने से ये हादसा हुआ।

राकेश की रिपोर्ट

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