विजय कुमार शर्मा की कलम से:-
जात से कोई महान नहीं होता है!कर्म से ऊंचा इंसान बनता है
जरा सोचिए देश आजादी के बाद स्वास्थ विभाग का क्या स्थिति थी!उस समय महादलित की महिला हमारे देश के गर्भवती महिलाओं को सुरच्छित प्रसव कराती थी ! एवं आज भी गांव शहर के गरीब परिवार का यही महादलित महिला दुःख की घड़ी में साथ देती है!हमलोगों के शुभ की घड़ी में हल्दी कथा मतकोड़ में महादलित पुरूष ही आते हैं ढोलक बजाने ,तभी शुभ माना जाता है!हमलोगों के मरने पर महादलित ही आग देते हैं तभी हमलोगों का आत्मा की शांति मिलती है!हमलोगों के महान पर्व छठ पूजा में जो सुपली चंगेला का उपयोग हमारी माँ बहने करती है वह वस्तु महादलित परिवार का दिया हुआ है!हमलोग जहा गन्दा करते हैं या गन्दा फेकते है उसका सफाई कौन करता है हिंदुस्तान बताये गन्दा करने वाला महान है कि गन्दा को स्वच्छ करने वाला महान है !मैं हिंदुस्तान के आवाम से निवेदन करता हूँ कि इंसानियत की बोली बोले क्योकि आज आप इंसाफ करेंगे तो कल आपके जिगर के लाल को इंसाफ मिलेगा !हिंदुस्तान के आवाम को मेरा सलाम।
Tags पश्चिमी चम्पारण बिहार
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