चौथा दिन छठ महापर्व का अंतिम दिन प्रातः काल उगते सूर्य को जल दिया जाता है, इसी के साथ छठ पर्व का समापन होता है।
मीरजापुर। 8 नवंबर शुक्रवार को छठ पूजा का आखिरी दिन है। चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन प्रातः काल उगते सूर्य को जल दिया जाता है। इसी के साथ छठ पर्व का समापन होता है। छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है। इसके बाद दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन को ऊषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है। छठ का पर्व अहरौरा क्षेत्र के पोखरा सहुवाईन, दुर्गा जी मन्दिर, मिश्र पोखरा, अहरौरा बांध, जरगो जलाशय, इमलिया चट्टी नहर जैसे अन्य ग्रामीणों क्षेत्रों में बड़े ही धूमधाम से छठ पूजा मनाया गया। छठ का व्रत संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है। इस दिन सूर्योदय 6 बजकर 20 मिनट पर दूध का अर्ध्य दिया गया।
इसी दौरान नगर पालिका प्रशासन के तरफ से नगर के सभी घाटों पर लाइटिंग, पानी, साफ-सफाई, चेंजिग रूम की व्यवस्था की गई। इस शुभ अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गुलाब मौर्य, जेई विकास कुमार, सभासद कुमार आनन्द, प्रमोद मौर्य, संजय जायसवाल, मयंक जायसवाल, रामलाल सोनकर, दुलारे पटेल, अशोक मौर्य, आशीष अग्रहरि, संजय पटेल के साथ सैकड़ो लोग रहे।सुरक्षा के दृष्टि से थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह व नगर चौकी प्रभारी इंदुभूषण मिश्रा, इमलिया चट्टी चौकी प्रभारी अभिषेक सिंह मय पुलिस फोर्स के साथ नाव पर बैठकर चक्रमण करते रहे।