ब्यूरो रिपोर्ट
गाजीपुर: होली से पहले बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य के 1.86 करोड़ पात्र परिवारों को 1,890 करोड़ रुपये की गैस सिलेंडर सब्सिडी वितरित की। लखनऊ के लोकभवन सभागार में मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर इस योजना का शुभारंभ किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुआ प्रदेशभर में कार्यक्रम का प्रसारण
इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि—
“पहले गैस कनेक्शन के लिए घूस देनी पड़ती थी, लेकिन अब 10 करोड़ गरीब परिवारों को यह सुविधा फ्री में दी गई है। इसके अलावा होली और दीपावली पर मुफ्त सिलेंडर भी दिया जा रहा है। इस बार होली और रमजान एक साथ हैं, इसलिए सभी को इस योजना का लाभ मिलेगा।”
उन्होंने बताया कि उज्ज्वला योजना 2016 में बलिया से शुरू की गई थी और अब तक देशभर में 10 करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन दिया जा चुका है। उत्तर प्रदेश में 2 करोड़ परिवार इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।
गाजीपुर में हुआ लाइव प्रसारण, लाभार्थियों को मिला सब्सिडी चेक
गाजीपुर में इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया, जहां जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, विधायक जखनियां बेदी राम, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, अपर जिलाधिकारी दिनेश कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी अनंत प्रताप सिंह समेत अन्य अधिकारी और उज्ज्वला योजना के लाभार्थी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद लाभार्थियों को सब्सिडी का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया गया।
महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने कहा—
“केंद्र और राज्य सरकार ने महिलाओं व बालिकाओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। उज्ज्वला योजना उन्हीं में से एक है, जिसके तहत महिलाओं को निःशुल्क गैस सिलेंडर मिल रहा है। वर्तमान में हर साल 2 गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जा रहे हैं।”
विधायक बेदी राम और भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने उज्ज्वला योजना की सराहना करते हुए सभी को होली की शुभकामनाएं दीं।
गाजीपुर में उज्ज्वला योजना के आंकड़े
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया कि—
2016 से लगातार 9 वर्षों से उज्ज्वला योजना चल रही है।
पहले महिलाएं लकड़ी और उपलों से खाना बनाती थीं, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता था। इस समस्या को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रथम चरण (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में 1,95,556 लाभार्थियों के खातों में सब्सिडी भेजी गई।
द्वितीय चरण (जनवरी-मार्च 2025) में अब तक 97,778 लाभार्थी गैस सिलेंडर रीफिल करा चुके हैं।
उज्ज्वला योजना ने गरीब परिवारों को धुएं से राहत और जीवन में सुधार का एहसास कराया है। सरकार की यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम है।