बलिया उत्तरप्रदेश
बलिया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ बीपी द्विवेदी ने बताया हैं कि जिले में 10 से 20 सितम्बर तक कुल 10 कार्य दिवस में एक्टव केस फाइण्डिंग (एoसीoएफ0) जनपद के कुल आबादी के 20 प्रतिशत में कराया जा रहा है। इस माइक्रोप्लान के अनुसार कुल 317 टीम 63 सुपरवाईजर के माध्यम से आशाओं/आंगनवाड़ी कार्यकर्ती/स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर स्क्रीनिंग कर सम्भावित क्षय रोगियों को खोजे जाने हेतु क्षय रोग की लक्षण जैसे- दो सप्ताह से अधिक खॉसी, दो सप्ताह से अधिक बुखार, बलगम में खून आना, भूख में कमी, वजन का कम होना, रात में पसीना आना, गले में गांठ होना इत्यादि की पहचान कर उनका परीक्षण कराना है।
इस एक्टिव केस फाइण्डिंग (एसीएफ) में लक्षित क्षेत्र जैसे-मलीन बस्ती, अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, चिन्हित समूहों (जैसे- सब्जी/फल मण्डी, लेवर मार्केट, सप्ताहिक मार्केंट, ईट-भटूठे इत्यादि) पर किया जाना है। धनात्मक मरीजों को ससमय उपचार शुरू होने पर मरीज को नि-क्षय पोषण योजना के अन्तर्गत इलाज की अवधि तक 500/- प्रतिमाह डी०बी०टी0 के माध्यम से दिया जाता है। ब्लाक स्तर पर प्रतिदिन अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा अपने सम्बन्थित टीम की सांयकालीन बैठक कर कार्यक्रम की समीक्षा कर सायं 05 बजे तक अद्योहस्ताक्षरी को रिपोर्ट करेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता अक्षम्य है।