Ibn24x7news सिद्धार्थ मौर्या सवांददाता मऊ उ प्र।
1 प्राइवेट फर्मो के नाम बेरोकटोक कटते गए चेक प्रशासन मौन ।
मऊ : विकास भवन की अनदेखी के चलते ग्राम पंचयतो में सोलर लाइट के नाम पर बड़ा घोटाला प्रकाश में आया है । ग्राम पंचायतो ने सरकारी फर्म नेडा से लाइट न लगवाकर प्राइवेट फर्मो के नाम धङाधङ चेक काटे इतना ही नहीं पंचयतो द्वारा इन सोलर लाइटो की एमबी यानि मेजरमेंट बुक भी नहीं दर्ज कराई गई पिछले कई वर्षो से लगातार ग्राम पंचायते घोटाले का खेल धङल्ले से खेल रही है । विभागीय अधिकारियो के बरदहस्त में लगातार घोटाले का खेल धङल्ले से रही है । विभागीय अधिकारियो के बरदहस्त में लगातार घोटाले की परिकथा लिखी जा रही है । न तो एक बार प्रशासन इसकी जाँच कराने की जहमत उठाई और न ही खंड विकास कार्यालय ने ही हकीकत यह है की बीते वित्तीय वर्ष 14वे वित्त के मद में मिले 64 करोङ का लगभग आधा हिस्सा प्राइवेट इसकी भेट चढ़ गया ।
केंद्र सरकार से स्वच्छता व पेयजल के मद में मिलने वाली 14 वे वित्त की धनराशि अनियमितता की भेट चढ़ गई है । आलम यह है की 20 25 की सख्या में एक साथ सोलर लाइटो के चेक धङल्ले से काटे जा रहे है । इसमे नेडा के मानक 21,900 के बदले 30 से 35 हजार का प्राइवेट फर्मो के नाम चेक काटकर भुगतान किया जा रहा है । इतना ही नहीं गाँव में जहा दो चार ही लगाए जाते है तो बाकि का नकद भुगतान कर लिया जाता है बीते वर्षो में करोङो रूपये लाइट के मद में खर्च कर दिए गए ।एक बार न तो जिला पंचायत राज विभाग ने इसकी सुधि लेने की कोशिश की और न ही विकास भवन के आलाधिकारी ने ही केंद्र सरकार द्वारा पेयजल स्वच्छता मद में पिछले वित्तीय वर्ष दी गई 64 करोङ रूपये का लगभग आधा हिस्सा लाइट की ही भेंट चढ़ गया । ग्राम पंचायते धन की लूट करती रही और विकास भवन सोता रहा । ग्राम पंचायतो में प्रधान ने दो चार लाइटे तो अपने चहेतो को बाट दी तथा बाकी का धन उतार लिया गया ।
जाँच के नाम पे होती रही धन उगाही : जनपद के दर्जनों गावो के ग्रामीण द्वारा जिलाधिकारी से लगायत मुख्य विकास अधिकारी खंड विकास अधिकारी को पत्रक सौपकर घोटाले की शिकायत की जाती है । इसपे प्रशासन द्वारा कोरम पूर्ति करते हुए जाँच कमेटी तो बैठाई जाती है परन्तु जाँच के नाम पर मोटी रकम की धनउगाही कर जाँच को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है ।