एक अदद पूल का इंतज़ार क्या होता है-
लालबकैया नदी में आयी उफान के कारण #फुलवरिया घाट पर बना डायभरसन एक बार फिर बह जाने से बैरगनिया सहित सीतामढ़ी जिले का पूर्वी चंपारण से सड़क संपर्क लगभग भंग हो गया है। यात्री नाव व रेल पुल के सहारे आ-जा रहे है। मिली जानकारी के अनुसार 14 मई 2018 को नदी में आयी उफान से डायभरशन बह गया था तब कई दिनों तक लोगों को नाव ही आवागवन का सहारा बना फिर कई नाव को जोड़कर नदी में चचरी पूल बनाया गया था तब लोग नदी को पैदल पार कर चम्पारण क्षेत्र के फुलबरिया घाट से बस,जीप सहित अन्य सवारी साधन से गन्तव्य स्थानों के लिए आते-जाते थे,फिर डायभरशन का निर्माण हो गया लेकिन कल शनिवार को करीब 12 बजे दिन में नदी के जलस्तर में बृद्धि के साथ ही डायभरशन बह गया। उस समय से प्राइवेट नाव का परिचालन शुरू हो चुका है लेकिन घाट पर कई बार हुई नाव दुर्घनाएं से भयभीत यात्री नदी के आफिस घाट स्थित रेल पुल होकर आना-जाना कर रहे है,हालांकि रेल पुल होकर आने जाने के क्रम में अनेक लोगों की मौत पुल से गिरकर हो गयी है। फुलवरिया घाट पर सड़क पुल निर्माण शुरू होने के बर्षो बाद भी महज पाया ही तैयार हो चुका है लेकिन अगले एक दो बर्षो में भी निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद दूर दूर तक नजर नहीं आ रही है।केंद्र व बिहार में एनडीए की सरकार होने के साथ सांसद भाजपा से रमा देवी है बाबजूद पुल का मुद्दा ठंडे बस्ते में है हालांकि कोंग्रेसी विधायक अमित कुमार टुन्ना सदन में यह मुद्दा उठा चुके है बाबजूद सरकार के गम्भीर नहीं होने से पुल का निर्माण लोगों के लिए सपना बना हुआ है।
रिपोर्ट विजय कुमार शर्मा ibn24x7news बिहार
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