
फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: वर्षा के बाद शहर में होने वाले जलभराव और इससे लगने वाला जाम शासन प्रशासन के लिए कराता आया है। प्रशासन की ओर से हर बार दावे तो किए जाते हैं, पारिस्थितिक ढाक के तीन पात वाली होती है, पिछले दिनों जब जोरदार बारिश आई आई थी तब हुए जलभराव ने प्रशासन को आईना दिखा दिया था। हर अब मानसून सिर पर है और यह स्थिति फिर आ सकती है। इससे निपटने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। दावा है कि इस बार मानसून में जलभराव नहीं होने दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग सहित शहर में 25 ऐसे स्थान चिन्हित यह गए हैं जहां जल भराव होता है और जाम लगता है। इन जगहों पर कारणों की भी पड़ताल की जा रही है जब जलभराव होगा तो और भी कई कारण सामने आएंगे। जिन्हें संबंधित विभाग के अधिकारी दुरुस्त करेंगे। इस बार खास बात यह है कि चिन्हित किए गए सभी 25 पॉइंट पर पुलिस विभाग के 25 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी व प्रशासन की ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे ताकि जाम पानी को तुरंत निकलवाया जा सके।
पुलिस कर चुकी है सर्वे: हर बार वर्षा के बाद सबसे अधिक राष्ट्रीय राजमार्ग के चौराहों पर जल भराव होता है। इस वजह से ना केवल राजमार्ग पर जाम लगता है बल्कि रेलवे पुल भी जाम हो जाता हैं। इसका सीधा असर है एनआईटी क्षेत्र पर भी पड़ता है। चारों ओर जाम ही जाम दिखाई देता है।
➡️ राजमार्ग पर बन रहे रैना वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
राष्ट्रीय राजमार्ग पर जहां जहां जलभराव होता है वहां रहना वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए जा रहे हैं।कई जगह बनाए जा चुके हैं। इन के माध्यम से वर्षा का पानी जमीन के नीचे पहुंच जाएगा।
▶️ जलभराव की समस्या को लेकर डीसीपी व एसडीएम के संयुक्त टीम गठित की जाएगी। बदरपुर बॉर्डर से बल्लभगढ़ तक के समय सभी अधिकारियों के साथ एक संयुक्त दौरा करेंगे देखेंगे कि कहां क्या दिक्कत है। नगर निगम व एनएचएआई के अधिकारियों और नाली की सफाई तेज गति से करने के लिए कहा है।-जितेंद्र यादव,जिला उपायुक्त।