
फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:डीसीपी मुख्यालय नीतीश कुमार अग्रवाल द्वारा साइबर ठगी के मामलों में जल्द से जल्द आरोपियों की धरपकड़ के दिशा निर्देश के तहत कार्यवाही करते हुए साइबर पुलिस थाना एनआईटी की टीम ने साइबर ठगी के मुकदमे में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले की जांच अभी जारी है जिसमे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बिकाया है जिनकी पुलिस द्वारा धरपकड़ करके उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सन्नी तथा आदित्य का नाम शामिल है। दोनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं। दिनांक 19 अप्रैल 2022 को फरीदाबाद के रहने वाले पीड़ित विक्रांत ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दी जिसमें उसने बताया कि आरोपियों ने उसके क्रेडिट कार्ड से ₹455000 की धोखाधड़ी की है जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी तथा षड्यंत्र रचने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई। साइबर टीम ने तकनीकी की सहायता से कार्रवाई करते हुए मामले में शामिल आरोपी आदित्य को 17 जुलाई को गिरफ्तार करके 12 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी जो मोबाइल नंबर बंद हो चुके हैं और अभी तक किसी क्रेडिट कार्ड के साथ जुड़े हुए हैं उन्हें दोबारा से अपने नाम पर चालू करवाते हैं और किसी भी शॉपिंग वेबसाइट पर जाकर सामान खरीदते है और उस मोबाइल नंबर के माध्यम से पेमेंट करते हैं जिससे राशि उस मोबाइल नंबर से जुड़े हुए क्रेडिट कार्ड से कट जाती है। आरोपी धोखाधड़ी से खरीदे गए सामान को आगे सस्ते दामों पर बेच देते हैं। आरोपी आदित्य की निशानदेही पर मामले में शामिल आरोपी सन्नी को 29 जुलाई को गिरफ्तार करके 6 दिन के रिमांड पर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से धोखाधड़ी से प्राप्त किए गए ₹78000 बरामद किए गए हैं। आरोपी आदित्य को पहले ही जेल भेजा जा चुका है वहीं पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात कल आरोपी सन्नी को भी अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है तथा मामले में फरार चल रहे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस प्रवक्ता ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि आमजन अपना मोबाइल नंबर बंद करने से पहले उसे उसके साथ जुड़े सभी बैंक खातों,क्रेडिट कार्ड,आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि से हटवा लें ताकि साइबर ठग इसके माध्यम से धोखाधड़ी की कोई वारदात को अंजाम न दे सके और आमजन का पैसा उनके खातों में सुरक्षित।