बगहा अनुमंडल क्षेत्र का वह ऐतिहासिक कार्य
जिसकी शुरुआत वर्ष 2009 में हुई और वर्ष 2013 में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के द्वरा उद्घाटन भी पूरे जोश के साथ किया गया था। वह पुनित कार्य था रतवल धनहा गौत्तम बुद्ध सेतु का ऐतिहासिक निर्माण कार्य जिसके बनने से अनुमंडल क्षेत्र के चार प्रखंडो समेत उत्तरप्रदेश भी जुड़ गया। उसके साथ ही बना था रतवल से धनहा तक जाने का मुख्य सड़क जिसपे आज बहुत ज्यादा ट्रैफिक रहता है बड़े बड़े ट्रकों समेत कई छोटी बड़ी गाड़ियों का परिचालन होता है । लेकिन सड़क निर्माण के कुछ ही महीनों बाद से लेकर आज तक हर साल बारिश के दिनों में अचानक कभी बारिश हो गई तो इस सड़क में रतवल से गौतम बुद्ध सेतु तक ऐसे दर्जनों गढ्ढ़े देखने को मिलते हैं।
जिसको हमेशा अख़बार, टीवी,एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाशित किया जाता है । कभी कभी उन गढ्ढों में मिट्टी डालकर भर दिया जाता है, जो हल्की बारिश में ही पानी के साथ बह जाता है और पुनः गढ्ढ़े दिखने लगते हैं। इस सड़क में कुछ ऐसे गढ्ढ़े हैं जो सड़क के नीचे काफी अंदर तक मिट्टी का बहाव हो चुका है और ऊपर से अच्छी खासी दिखाई दे रहा है किंतु जैसे ही कोई वाहन जब उस रास्ते से गुजरेगा तो भगवान ही बचाये उस वाहन और चालक को। भेट वार्ता में युवा लोक जनशक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष रिपुसूदन द्विवेदी ने कहा कि अगर विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो एक दिन अचानक कोई अप्रिय घटना घट सकती है जिसकी जिम्मेदारी सरकार एवं विभाग की होगी।
Tags बिहार
Check Also
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज, कब से लगेगा ग्रहण और कहां-कहां दिखाई देगा ?
रिपोर्ट – अनूप मिश्रा IBN NEWS Surya Grahan 2022: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण …