टीम आईबीएन न्यूज़
राकेश की रिपोर्ट
गाजीपुर: पूर्वांचल में मिनी चम्बल के नाम से विख्यात गाजीपुर जिले का सैदपुर इलाका हमेशा सुर्खिया में रहा। इलाके की राजनीति पिछले दो दशक से दो तीन परिवारों के इर्द गिर्द ही घूमती रही है लेकिन इस इलाके की समूची व्यवस्था के इकलौते हीरो लिकरकिंग के नाम से विख्यात ठाकुर शिवशंकर सिंह के निधन के बाद उनके कुनबे में करोड़ो की जागीर की हवस ने परिवार को राजैनितक व सामाजिक पैमाने पर ले आकर खड़ा कर दिया है। अरबो रूपये की जायदाद के मालिक ठाकुर की बहू वाराणसी जिले में लालपुर थाने के बाहर बैठकर अपने व अपने परिवार की जान माल की गुहार लगा रही है। जबकि एक सप्ताह बाद स्व0 सिंह के भतीजे की ओर से गाजीपुर जिला मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर अपने व अपने परिवार को साफ पाक बताया जा रहा है। पूरा जनपद व विरोधी चटखारे लेकर पूरे खानदान का मजाक बना रहे है।
शराब के बड़े कारोबारी शिवशंकर सिंह कठोर के साथ-साथ नरम इंसान भी थे और बहुतों का सहयोग भी करते थे। बीते वर्षो में शराब का कारोबार काफी कम हो गया और जिसे मौजूदा समय में उनके पुत्र पंकज सिंह चंचल ही देखते है जबकि दूसरे पुत्र डाक्टर मुकेश सिंह चिकित्सक है व समय-समय पर राजनीति में भी सक्रिय हो जाते है। चुनाव भी लड़ते है। जिला पंचायत अध्यक्ष के कुर्सी की चकाचौंध देख परिवार में पंकज की पत्नी सपना सिंह पर दांव लगाया और परिवार के जमाई विशाल सिंह चंचल जो कि भाजपा के वरिष्ठ नेता है व मौजूदा समय में विधान परिषद सदस्य है। उनके सहयोग से जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी हासिल कर लिया और इसी के साथ पूर्व सपा सांसद राधे मोहन सिंह की पत्नी को जिला पंचायत सदस्य की सीट पर हराकर एक बड़ी खुन्नस भी मोल ले लिया। इसी बीच शिवशंकर व दोनो परिवारों के बीच तालमेल की मुख्य कड़ी तेज बहादुर सिंह का निधन हो गया।
शिवशंकर सिंह के निधन के कुछ दिन बाद ही परिवार के बीच प्रापर्टी को लेकर तनातनी शुरू हो गया। सैदपुर, औड़ीहार, चन्दौली, वाराणसी सहित यू0पी0 के कई शहरों व दुबई में भी शिवशंकर सिंह की हैसियत मौजूद है। झारखण्ड में भी कुछ प्रापर्टी पारिवारिक सम्बन्धों वाले सूत्र भी बताते है। जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद पंकज सिंह चंचल की पत्नी सपना सिंह लगातार जिले में आयोजित तमात स्वागत व समारोहों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है जबकि पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह की ओर से सपना सिंह के कार्यकाल स्ट्रीटलाईट खरीद घोटाला कर करोड़ो रूपये की बंदरबांट करने का आरोप लगाया गया था जिसमे अब जंाच के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष को क्लीन चिट मिल गयी है। वाराणसी में मौजूद प्रापर्टी को लेकर पूर्वांचल के सबसे दबंग ठाकुर की बहू थाने के बाहर न्याय की गुहार लगा रही है और पंकज सिंह चंचल जो प्रथम पुण्यतिथि पर अपने आपको ठाकुर परिवार का मुखिया घोषित करने का प्रयास कर रहे थे वह सामने नही आ रहे हैं।
समूचा मामला वाराणसी का है और स्व0 हरिकेश सिंह बबलू की पत्नी भी वाराणसी में ही रहती है। पारिवारिक विवादों के बाद गाजीपुर के जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह व उनके पति पंकज सिंह चचंल समेत अन्य लोगों के बारे में गंभीर आरोप लगाने वाली पूर्व ब्लाक प्रमुख कुसुम चन्द्रा सिंह का न्याय की गुहार वाला वीडियो वायरल हो रहा है। सैदपुर से लगायत वाराणसी तक श्री सिंह के शुभ चिन्तक व विरोधी मामले में चटखारे ले रहे है जबकि पंकज सिंह चंचल से किसी बात को लेकर नाराज जमाई विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल भी मौन है। कुल मिलाकर पूर्वांचल में पंकज सिंह चंचल के चाचा पूर्व ब्लाक प्रमुख रमाशंकर सिंह उर्फ काठू सिंह भी परिवार की इस कहानी से मर्माहत है। चर्चा है कि कुसुम चन्द्रा सिंह की ओर से पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गये पत्र व वीडियों के बाद बन रहे प्रशासनिक दबाव को देखते हुए जिला मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
प्रेस वार्ता के दौरान श्री शिवशंकर सिंह केे छः पुत्रों में से स्व0 अवधेश सिंह के पुत्र विशाल सिंह पहली बार मीडिया के सामने आये और बताया कि उनकी भाभी का वायरल वीडियो फर्जी है। जबकि यह भी कहा कि हमारे वाराणसी के बीयर शाप पर उपद्रव करने वाले लोगो को बचाने के लिये उनकी बड़ी विधवा भाभी बिना वजह गंदा नाटक कर रही है और परिवार को बदनाम कर रही है। आगे जो भी हो सारे शुभ चिंतक व शिवशंकर सिंह के समर्थक परिवार के मौजूदा मुखिया से दूर होते जा रहे है। रिश्तेदार भी तमाशबीन बने है। देखना यह है कि जिले की राजनीति व परिवार दोनो में सामजंस्य स्थापित करने में जिले की प्रथम महिला सपना सिंह क्या भूमिका निभाती है।