Ibn24x7news विजय कुमार शर्मा
बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा रविवार को श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन के दिन छड़ी मुबारक की पूजा के साथ संपन्न हो गई है. दक्षिण कश्मीर के हिमालय में स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में छड़ी मुबारक के पहुंचने के साथ 60 दिनों तक चलने वाली यात्रा खत्म हो गई.
यात्रा के आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर में शनिवार को कोई भी श्रद्धालु नहीं आया और न ही कोई जत्था रवाना किया गया. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जम्मू से 137 श्रद्धालुओं का 46वां और अंतिम जत्था रवाना हुआ था. 28 जून से शुरू हुई इस यात्रा में 2,84,332 श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की.
बता दें कि यात्रा 28 जून को दो मार्गों से शुरू हुई थी. जिसमें एक गंदेरबल जिले में बालटाल मार्ग से और दूसरे अनंतनाग जिले में 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा शुरू हुई थी.
वहीं श्रीनगर से अमरनाथ की पवित्र गुफा की तरफ पारंपरिक ‘छड़ी मुबारक’ के लिए महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में दशनामी अखाड़ा से साधुओं की यात्रा शुरू हुई थी. पहलगाम से अमरनाथ के मार्ग पर छड़ी मुबारक का शेषनाग, पंजतरणी आदि पड़ावों पर ठहराव होता है और रक्षाबंधन वाले दिन यह अमरनाथ गुफा पहुंचती है. छड़ी मुबारक की पूजा-अर्चना के साथ ही अमरनाथ यात्रा संपन्न हो जाती है.
बता दें कि पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान 2,60,003 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए थे, वहीं 2016 की यात्रा के दौरान 2,20,490 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे.
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